मंगलवार, 7 दिसंबर 2021

तांत्रिक अनुष्ठान के लिए प्राइवेट इंवेस्टिगेटर का महत्व



तांत्रिक अनुष्ठानों से भी होता है घरेलू समस्याओं का समाधान

एक निजी जासूसी एजेंसी आपके लिए व्यक्तिगत जांच से सम्बन्धित मामलों की जिम्मेदारी को सम्भालती है। एक व्यक्ति के रूप में अदालती मामलों में पड़ने पर आपको भी केस लड़ने की आवश्यकता हो सकती है। शादी, नौकरी या ब्रेकअप के बारे में निर्णय लेने के लिए आपको व्यक्तिगत डेटा या जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता हो सकती है। किसी कारणवश पारिवारिक, सामाजिक या कानूनी सहायता नहीं मिलने पर किसी भी व्यक्ति को जटिल समस्याओं या मुद्दों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में एक जासूसी एजेंसी और न्यूज़ एजेंसी सहित सामाजिक संगठनों की भी मदद की आवश्यकता होती है। जो एकमात्र कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो (केसीआईबी) ही दे सकती है। क्योंकि यह एजेंसी 20 वर्षों से भी अधिक समय से व्यक्तिगत जांच और परामर्श सहित हर तरह की सहायता और सेवा एक जिम्मेदार संगठन की तरह दे रही है। संलग्न ट्रैक रिकॉर्ड आपकी मदद करने की हमारी क्षमता के बारे में बताता तो है ही हमारे प्रति लोगों के विश्वास को प्रमाणित भी करता है। उन क्षेत्रों को देखें जहां केसीआईबी के संस्थापक प्रसेनजित सिंह "स्वामी जी" ने अपनी विशेष पहचान बना ली है। अपने इन्हीं विशेषताओं के कारण ये सहजता पूर्वक आपके समक्ष उत्पन्न सभी तरह की समस्याओं के जांच-पड़ताल करवा सकते हैं। :

पारिवारिक
सामाजिक 
आपराधिक 
व्यवसायिक 
आध्यात्मिक 

इंफार्मेशन सर्विस एण्ड न्यू्‍ज़ एजेंसी एक्टिविटीज के लिए भारत सरकार के द्वारा पंजीकृत यह संगठन देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण मानसिक यंत्रणा से जूझ रहे लोगों को सुरक्षा और न्याय दिलाने के लिए पीड़ित लोगों को जन-जागरूकता हेतु गठित सामाजिक संगठनों की सहायता भी दिलवाता है। साथ ही प्रेम सम्बन्धों में असफलता, पारिवारिक तनाव, सम्पत्ति विवाद, झूठे केस-मुकदमों और वास्तुदोष आदि मामलों में तांत्रिक अनुष्ठानों के द्वारा अलौकिक शक्तियों से कोई ऐसा चमत्कार या करिश्मा भी करवा देता है जिसकी आप कल्पना तक नहीं कर सकते हैं। इस कम्पनी ने ऐसे कई काम करवायें हैं जिसके बारे में संलग्न ट्रैक रिकॉर्ड से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 
सम्बन्धित जानकारी के लिए आप मेरे फ़ेसबुक और ट्विटर हैंडल पर फॉलो करेें।

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🗺️ तकनीकी कारणों से हमारी वेबसाइट kcib.com काम नहीं कर रहा है। लेकिन इसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा। 

इसके बावजूद हमारी कम्पनी ग्राहकों की सुरक्षा के लिए हरेक जांच कानूनी सीमाओं के भीतर करती है। उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता हमारी कम्पनी केसीआईबी का आधार है। 

क्या इस तरह की सर्विस देने वाली कम्पनी की जरूरत आपने कभी महसूस किया है? यदि हाँ तब किस स्थिति में? नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी या सन्देश लिख कर सबमिट कर दें। यदि अपना सन्देश गुप्त रखना चाहते हैं तो हमारे फेसबुक पेज़ के संलग्न लिंक http://kcib.in को फॉलो करें तथा इसी पेज़ पर दिये गये व्हाट्सएप नम्बर या मैसेंजर के लिंक के द्वारा सम्पर्क करें। आपका सन्देश मिलते ही हमारे प्रतिनिधि आपको स्वयं कॉल कर के आपकी जिज्ञासा का समाधान करेंगे।

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सोमवार, 8 नवंबर 2021

क्यों जरूरी है प्राइवेट इंवेस्टिगेशन

प्राइवेट इंवेस्टिगेशन के लिए विश्वसनीय कम्पनी है केसीआईबी

प्राइवेट इंवेस्टिगेशन एजेण्ट के द्वारा साक्ष्य संकलन 


देश के सभी मेट्रो शहरों में अपराध दर तेजी से बढ़ रहे हैं। महामारी के दौरान साइबर अपराधों के साथ व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट स्तर के अपराधों में जितने वृद्धि हो रहे हैं उतने ही व्यक्तिगत जांच की मांग भी बढ़ रहे हैं। ऐसे में एक पेशेवर जासूसी एजेंसियों की जरूरत होती है। एक ग्राहक के रूप में, आपको समर्थन देने के लिए विशाल अनुभव वाले एक सक्षम एजेंसी की आवश्यकता होती है। क्योंकि ऐसे बहुत से मामलों में मैनें देखा है कि सरकारी सुरक्षा एजेंसियां भी अपहरण और गुमशुदगी के मामलों को सामान्य घटना बता कर रफा-दफा कर देती है। जबकि KCIB जैसी प्राइवेट डिटेक्टिव सर्विस प्रदान करने वाली कम्पनी के द्वारा अपहरणकर्ताओं का सुराग मिलते ही क्लोज़ कर दिये गये मामलों को भी दुबारा शुरू करना पड़ा है तथा अपहृत लोगों को मुक्त करवा कर दोषी लोगों को कोर्ट में हाजिर होने के लिए मजबूर किया गया है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सरकारी एजेंसियों से सम्बन्धित अधिकांश लोग भ्रष्टाचार में आकण्ठ डूबे हुए हैं और बैठे-बिठाये पूरा वेतन पाने के लिए निश्चिंत हैं, जबकि प्राइवेट एजेंसियों में काम करने वाले लोगों को पारिश्रमिक पाने के लिए अपना काम दिखाना पड़ता है। भले ही प्राइवेट एजेंसियों की आमदनी सुनिश्चित नहीं होती है लेकिन अपनी छवि चमकाने के लिए अपने काम के प्रति पूरी तरह इमानदार होते हैं। 


यही कारण है कि अधिकांश लोग सरकारी जांच एजेंसियों के चक्कर में पड़ने के बजाए बिहार की राजधानी पटना में स्थित केसीआईबी (KCIB) जैसे प्राइवेट एजेंसियों पर भरोसा करते हैं। 


केसीआईबी (KCIB) पटना में सबसे अच्छी प्राइवेट डिटेक्टिव सर्विस देने वाली कम्पनी है। अतः बेफिक्र होकर इस जांच एजेंसी पर भरोसा करें। यह क्राइम रिपोर्टर और खोज़ी संवाददाता सहित प्राइवेट डिटेक्टिव के रूप में लम्बे समय तक कार्य कर चुके अनुभवी समाजसेवी के द्वारा संचालित कम्पनी है। ये सभी तरह के खोज़ और अनुसन्धान सम्बन्धित जरूरतों को पूरा करने के लिए वर्षों की विशेषज्ञता के बाद इंफार्मेशन सर्विस एण्ड न्यू्‍ज़ एजेंसी एक्टिविटीज के लिए भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवम् मध्यम उद्यम मंत्रालय के द्वारा पंजीकृत संगठन केसीआईबी के प्रोपराइटर बन कर आपकी सेवा के लिए उपलब्ध हैं।


केसीआईबी सिर्फ़ न्यू्‍ज़ एजेंसी ही नहीं है बल्कि इंफार्मेशन सर्विस के लिए भी पंजीकृत होने के कारण आम लोगों के लिए एक अनुभवी, प्रतिष्ठित और शीर्ष जांच एजेंसी भी है।

केसीआईबी (KCIB) पटना की शीर्ष जांच एजेंसी क्यों है?


केसीआईबी अर्थात् कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो नामक कम्पनी खोज़ी कार्यों में रुचि रखने वाले वैसे पत्रकारों की टीम है जो जाति, धर्म और लिंग आधारित कानूनोंं के कारण खुद को अकेले और उपेक्षित समझ रहे थे। जीवन के लिए जरूरी शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार जैसे हरेक मामलों में भेद-भाव आधारित सरकारी योजनाओं और कानून के कारण बढ़ते अन्याय के विरुद्ध पिछड़ते जा रहे लोगों को सुरक्षा और न्याय दिलाने के लिए कुछ अनोखा पहल करना चाहते थे। इसके लिए पत्रकारिता के व्यवसाय से जुुड़े प्रसेनजित सिंह नामक समाजसेवी ने अपने जैसे युवा पत्रकारों को संगठित कर के पहले तो Sawarn Fans Club नामक एक संगठन बना कर Socio-economic Reservations के लिए जागरुकता अभियान चलाया। लेकिन इनके साथ जुड़ने वाले लोगों ने गरीब और असहाय लोगोंं की परवाह किये बगैर Reservations के कानून का ही विरोध करते हुए राजनीति करने लगे तब समान विचारधारा वालेे समाजसेवियों और पत्रकारों के सहयोग से सभी जाति के शोषित और पीड़ित लोगों को सुरक्षा और न्याय दिलाने के लिए कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो नामक एक स्वत्वाधिकारी कम्पनी बनाना पड़ा। ताकि न सिर्फ़ उच्छृङ्खल व्यवहार करनेेे वाले लोगों से इस संगठन को बचाया जा सकेे बल्कि इससे जुड़ने वाले लोगों को गोपनीयता और विश्वसनीयता की गारंटी भी दिया जा सके। परस्पर सहयोग की आकांक्षा से समान विचारधारा वाले लोगों की सहायता से इस कम्पनी ने एक के बाद एक कई पेचीदे मामलों का निपटारा किया। मगर इसके लिए होनेे वाले खर्चों के लिए कोई स्थाई स्त्रोत न होने के कारण इस कम्पनी को मुफ़्त में दी जाने वाली सभी सुविधाएं बन्द करनी पड़ी। मगर गरीब-गुरबों को जरूरी परामर्श आज भी निःशुल्क देती है। 

KCIB के संस्थापक और सदस्यगण

केसीआईबी में सफल जांच-पड़ताल करने के लिए ईमानदार मगर रोमाञ्चक और साहसपूर्ण कार्यों में रुचि रखने वाले देशभक्तों, लेखकों, पत्रकारों, सेवानिवृत्ति सैन्य अधिकारियों, समाजसेवियों तथा कलाकारों की एक टीम है। जो KCIB के लिए जरूरत पड़ने पर सलाहकार, प्रशिक्षक व खुफिया संवाददाता का काम तो करता ही है संदिग्ध आतंकियों व भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों-कर्मचारियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए उनके विभागीय लोगों के द्वारा ही निगरानी भी करता और करवाता है। इस तरह भ्रष्टाचारमुक्त व्यवस्था बनाये रखने के लिये इस कम्पनी की टीम सरकारी जाँच एजेंसियों की भी गुप्त रूप से मदद करती है। ऐसे कार्यों के लिए हमारे पास पूरे भारत में डिटेक्टिव सर्विस का एक सहज नेटवर्क हो इसके लिए प्रयत्नशील भी है। कानूनी पृष्ठभूमि वाले जो लोग हमें हर जांच के लिए रणनीति बनाने में मदद करते हैं उनमें कई लोग सामाजिक संगठनों के संचालक और समाचार पत्रों के सम्पादक भी हैं। इस कम्पनी के साथ मिल कर सर्वोत्तम उपलब्ध तकनीकों के द्वारा डिटेक्टिव सर्विस देने वाली अन्य कम्पनी के सदस्यों तथा पत्रकारों को खोजी पत्रकारिता और उत्कृष्ट जासूसी सेवा देने के लिए सम्मानित भी करती है। 

मार्केट में पहले से स्थापित जांच एजेंसियों के मुकाबले हमारी कम्पनी अपने सीमित संसाधनों के बावज़ूद अपने जोखिम पर हर तरह की उत्कृष्ट सुविधाएं देने के लिए प्रयत्नशील है। भले ही यह अर्थ के अभाव में संघर्ष के दौर से गुजर रहा है लेकिन इसके द्वारा किये गये कार्यों के परिणाम देख कर लोगों का केसीआईबी नामक इस कम्पनी के प्रति विश्वास बढ़ता जा रहा है। हालांकि यह सच है कि निजी जांच के कार्यों का परिणाम उसके लागत के आधार पर अवश्य प्रभावित होता है। इसके कारण बेहतर परिणाम पाने के लिए सरकारी जाँच एजेंसियों की अपेक्षा नीजी एजेंसियों का शुल्क मँहगा पड़ता है। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि अपने कर्तव्यों के प्रति इमानदारी बरतने के बजाए अधिकांश मामलों में सरकारी अनुसन्धान अधिकारीयों के द्वारा फर्जी और मनगढ़ंत अनुसन्धान रिपोर्ट बना कर सच को झूठ तथा झूठ को सच बनाने का काम किया जाता है। जो घटना कभी हुआ ही नहीं उसे सच्ची घटना बताने के लिए और जो घटना वास्तव में घटित हुआ है उसे झूठा साबित करने के लिए फर्जी गवाहों के लिस्ट भी बना देते हैं। ऐसे में गुप्त रूप से प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसियों से भी जांच करवाने पर प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों के फर्जी अनुसन्धान रिपोर्ट को झूठा साबित कर के दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ़ भी कानूनी कारवाई करवाया जा सकता है। 

हमारी कम्पनी उपभोक्ताओं की समस्या का सन्तोषजनक समाधान प्रदान करने के लिए विभिन्न मामलों के खोज़ और अनुसन्धान करती है, मगर मुख्य रूप से जिस तरह के मामलों में हमारे एजेण्ट्स को विशेषज्ञता प्राप्त है उसकी सूची देख सकते हैं :
1. व्यक्तिगत जांच सेवाएं
2. कॉर्पोरेट जांच सेवाएं
3. कानूनी सेवाएं
4. समाचार सेवाएं

उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इन सेवाओं को विभिन्न सेक्टर्स में बांटा गया है :

मैट्रीमोनियल इन्वेस्टिगेशन

वर या वधु की तलाश

विवाह पूर्व जांच

विवाहोपरान्त जांच

दहेज़ उत्पीड़न की जांच

पारिवारिक उत्पीड़न की जाँच

संदिग्ध व्यक्तियों की जांच

फरार व्यक्ति की खोज़

गुमशुदा व्यक्ति की खोज़

डूबे हुए व्यक्ति की खोज़

खोए हुए वस्तुओं की खोज़

चोरी हुए वस्तुओं की खोज़

इम्प्लाइमेण्ट इन्वेस्टिगेशन :

रोजगार के पूर्व सत्यापन

रोजगार के बाद सत्यापन

किराएदार की जांच-पड़ताल

व्यक्ति के द्वारा धोखाधड़ी की जांच

कम्पनी के द्वारा धोखाधड़ी की जांच

इसके लिए आपको एक पेशेवर और अनुभवी निजी जासूसी एजेंसी की आवश्यकता होगी और वह कम्पनी है KCIB के नाम से प्रसिद्ध तथा इंफार्मेशन सर्विस एण्ड न्यू्‍ज़ एजेंसी एक्टिविटीज के लिए भारत सरकार के द्वारा पंजीकृत कम्पनी Kaushik Consultancy Intelligence Bureau. 

यह कम्पनी आपके कानूनी मामलों के साक्ष्य प्राप्त करने के लिए हर तरह के जासूसी के काम करने में सक्षम तथा अनुभवी है। वर्तमान में कानूनी लड़ाई जीतने के लिये आपके पास ठोस सबूत होना जरूरी है। इसके बगैर लोग निर्दोष होते हुए भी अक्सर हार जाते हैं। जिसका कारण झूठे गवाह और झूठे सबूत भी होते हैं। ऐसे में यदि आपके लिये कोई गवाही देने के लिए तैयार न भी हो तो ठोस सबूत के आधार पर आप हारे हुए मुकदमों को भी जीत सकते हैं। यही कारण है कि सफल अदालती लड़ाई के लिए आपको ठोस सबूत चाहिए। ऐसे मामलों को देखने वाले KCIB के विशेषज्ञ जासूस पहले यह पता करते हैं कि अपने ग्राहकों को संतुष्ट करने के लिए उन्हें क्या करना है। उसके बाद जांच की रणनीति बनाते हैं। इस दौरान पूरी तरह से गोपनीयता बनायी रखी जाती है। क्योंकि अक्सर उपभोक्ताओं की लापरवाही के कारण ऐसे मामलों में किये जाने वाले जांच अभियान पूरा होने से पहले ही बन्द करना पड़ता है और जांच सेवाएं प्रदान करने वाली एजेंसियों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। अतः उपभोक्ताओं की लापरवाही के कारण जासूसी के कार्य बीच में ही छोड़ने पर भी उपभोक्ताओं को पूरा शुल्क देना होता है। अतः अनुसंधान के कार्य में गोपनीयता सबसे महत्वपूर्ण है। साक्ष्यों या सबूतों को प्राप्त करने के बाद भी KCIB के एजेण्ट ग्राहकों की पहचान को किसी तीसरे पक्ष के सामने उजागर नहीं करते हैं तथा आशा करते हैं कि उनके उपभोक्ता या ग्राहक भी कम्पनी के एजेण्टों की पहचान को गोपनीय रखें। क्योंकि ऐसे कार्यों के लिए गोपनीयता सबसे ज्यादा जरुरी है। एक बार हमारी कम्पनी को निजी जांच का काम सौंप देते हैं, तो हमारे ग्राहकों के लिए तनावमुक्त होकर आराम करने और त्वरित तथा सकारात्मक समाधान की प्रतीक्षा करने का समय आ जाता है। क्योंकि KCIB (कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो) की इंवेस्टिगेशन सम्बन्धित मामलों में सफलता दर अन्य जाँच एजेंसियों की अपेक्षा सबसे अधिक है।

आपको अपने व्यक्तिगत जांच सेवाओं के लिए KCIB (केसीआईबी) की तरह ही एक निजी जासूसी एजेंसी या इंवेस्टिगेटर की आवश्यकता है तो http://m.me/kcib.in या ईमेल ऐड्रेस kcintelligencebureau@blogger.com पर हमसे सम्पर्क करें। हमारी यह सूचना आपको कैसी लगी? कृृप्या इसके बारे में अपना विचार, परामर्श या टिप्पणी नीचे दिए गए कमेेंट बॉक्स में अवश्य लिखें। 

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एक निजी जासूसी एजेंसी आपके लिए व्यक्तिगत जांच मामलों की जिम्मेदारी को सम्भालती है। एक व्यक्ति के रूप में अदालती मामलों में पड़ने पर आपको भी केस लड़ने की आवश्यकता हो सकती है। शादी, नौकरी या ब्रेकअप के बारे में निर्णय लेने के लिए आपको व्यक्तिगत डेटा या जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता हो सकती है। किसी कारणवश पारिवारिक, सामाजिक या कानूनी सहायता नहीं मिलने पर किसी भी व्यक्ति को जटिल समस्याओं या मुद्दों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में एक जासूसी एजेंसी और न्यूज़ एजेंसी सहित सामाजिक संगठनों की भी मदद की आवश्यकता होती है। जो एकमात्र कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो (केसीआईबी) ही दे सकती है। क्योंकि यह एजेंसी 20 वर्षों से भी अधिक समय से व्यक्तिगत जांच और परामर्श सहित हर तरह की सहायता और सेवा एक जिम्मेदार संगठन की तरह दे रही है। संलग्न ट्रैक रिकॉर्ड आपकी मदद करने की हमारी क्षमता के बारे में बताता तो है ही हमारे प्रति लोगों के विश्वास को प्रमाणित भी करता है। उन क्षेत्रों को देखें जहां केसीआईबी के संस्थापक प्रसेनजित सिंह "स्वामी जी" ने अपनी विशेष पहचान बना ली है। अपने इन्हीं विशेषताओं के कारण ये सहजता पूर्वक आपके समक्ष उत्पन्न सभी तरह की समस्याओं के जांच-पड़ताल करवा सकते हैं। :

पारिवारिक
सामाजिक
आपराधिक
व्यवसायिक
आध्यात्मिक

इंफार्मेशन सर्विस एण्ड न्यू्‍ज़ एजेंसी एक्टिविटीज के लिए भारत सरकार के द्वारा पंजीकृत यह संगठन देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण मानसिक यंत्रणा से जूझ रहे लोगों को सुरक्षा और न्याय दिलाने के लिए पीड़ित लोगों को जन-जागरूकता हेतु गठित सामाजिक संगठनों की सहायता भी दिलवाता है। साथ ही तांत्रिक अनुष्ठानों के द्वारा अलौकिक शक्तियों से कोई ऐसा चमत्कार या करिश्मा भी करवा देता है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इस कम्पनी ने ऐसे कई काम करवायें हैं जिसके बारे में संलग्न ट्रैक रिकॉर्ड से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सम्बन्धित जानकारी के लिए आप मुझे फ़ेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करेें। इसके लिंक्स हैैं -
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🗺️ तकनीकी कारणों से हमारी वेबसाइट kcib.com काम नहीं कर रहा है। लेकिन इसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा। 

इसके बावजूद हमारी कम्पनी ग्राहकों की सुरक्षा के लिए हरेक जांच कानूनी सीमाओं के भीतर करती है। उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता हमारी कम्पनी केसीआईबी का आधार है। 

क्या इस तरह की सर्विस देने वाली कम्पनी की जरूरत आपने कभी महसूस किया है? यदि हाँ तब किस स्थिति में? नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी या सन्देश लिख कर सबमिट कर दें। यदि अपना सन्देश गुप्त रखना चाहते हैं तो हमारे फेसबुक पेज़ के संलग्न लिंक http://kcib.in को फॉलो करें तथा इसी पेज़ पर दिये गये व्हाट्सएप नम्बर या मैसेंजर के द्वारा सम्पर्क करें। आपका सन्देश मिलते ही हमारे प्रतिनिधि आपको स्वयं कॉल कर के आपकी जिज्ञासा का समाधान करेंगे।


Information services of KCIB

Personal Investigation Services/व्यक्तिगत जांच सेवाएं

Personal Investigation Service

व्यक्तिगत जांच सेवाएं :
भारत में तलाक के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सम्पत्ति विवाद, पारिवारिक उत्पीड़न, लापता लोगों की तलाश, ठगी, रंगदारी और पुलिसकर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहां गहन जांच सेवाओं की आवश्यकता होती है। ऐसे किसी भी मामले में व्यक्तिगत जांच सेवाएं या प्राइवेट डिटेक्टिव सर्विस प्राप्त करने के लिए आप "कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो" पर भरोसा कर सकते हैं। क्योंकि इस कम्पनी के संचालक अपराध संवाददाता, प्रूफ़रीडर, डिप्टी एडीटर और क्रियेटिव राइटर सहित खोज़ी पत्रकारिता का कार्य करते हुए विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक संगठनों में वार्ड से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक के दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन कर चुके हैं। इतना ही नहीं बल्कि इस दौरान प्राइवेट डिटेक्टिव की तरह खोज़ी पत्रकारिता का काम करते हुए कई केस-मुकदमों का निपटारा करवाने के कारण इंफॉर्मेशन सर्विस के क्षेत्र में 20 वर्षों से भी अधिक समय तक काम करने के अनुभवी हैं। वर्ष 2019 में ISO 2001-2008 सर्टिफाइड आर्गनाइजेशन भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवम् मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा इंफार्मेशन सर्विस एण्ड न्यू्‍ज़ एजेंसी एक्टिविटीज़ के लिए पंजीकृत होने के बाद भी इस कम्पनी के द्वारा एक से बढ़कर एक पेचीदे और अनसुलझे मामलों का निपटारा कर के कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो ने अपने क्लाइंट्स को सन्तुष्ट कर चुका है। अतः आप भी सभी प्रकार के व्यक्तिगत मामलों के लिए हमारी कम्पनी के द्वारा Personal Investigation Service अर्थात व्यक्तिगत खोजी सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं।


विवाह पूर्व लड़का/लड़की का चरित्र परिक्षण

विवाह पूर्व जाँच व दूल्हा/दुल्हन का चरित्र परीक्षण :
आजकल दहेज़ प्रताड़ना के जूठे केस-मुकदमों के कारण सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी, आपराधिक छबि बनने के कारण हुई बदनामी, हत्या, आत्महत्या, गृहत्याग और सामाजिक विरक्ति की बढ़ती हुई घटनाओं को देखते हुए जिस परिवार के साथ वैवाहिक सम्बन्ध बनाने की सोच रहे हैं उसके पृष्ठभूमि की जांच करना नितान्त आवश्यक है। इसके बिना शादी करना आपकी भयंकर गलती साबित हो सकती है। इस मामले में लापरवाही बरतने के कारण घरेलू हिंसा और धोखाधड़ी के शिकार आप भी हो सकते हैं। आजकल फर्जी विवाह करवाने वाले गैङ्ग भी काफ़ी सक्रिय हैं। खासकर राजस्थान जैसे वैसे राज्यों में ऐसी घटनाएं ज्यादा हो रही हैं जहां लड़कियों की घटती संख्या के कारण विवाह करने के लिए लड़कियों की खरीद-फरोख्त की जाती है। राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों के शहरी इलाकों में भी आपके या आपके रिश्तेदारों के पड़ोसी या मित्र बनकर आपको आसानी से शिकार बना सकते हैं। ..और ऐसा हो भी रहा है। ऐसे कार्यों के लिये लोग औनलाइन विवाह एजेंसियों और सोशल नेटवर्किंग साइट्स का भी दुरुपयोग करते हैं। विवाह के लिए वर या वधु का झूठा बायोडाटा और झूठी पारिवारिक पृष्ठभूमि बता कर भी लोग अपने शिकार को फंसाते हैं।
ऐसे मामले पश्चिमी देशों के साथ-साथ भारत में भी तेजी से बढ़ रहे हैं। अभी हाल ही में राजस्थान के गुलाबी शहर के नाम से प्रसिद्ध जयपुर सिटी में जब ऐसे गिरोह के पकड़े जाने का मामला अखबारों में आया तब ठगी करने वाली युवती की तस्वीर देख कर कई लोगों ने पुलिस के सामने आकर यह स्वीकार किया कि यह लड़की मुझसे भी शादी करने के बाद गहने-जेवर सहित फरार हो गई थी। ऐसी खबर "पत्रिका" नामक एक न्यूज़ लेटर पर भी आयी थी, जिसे आप संलग्न लिंक पर क्लिक कर के देख सकते हैं।
✍️ https://m.patrika.com/jaipur-news/many-cases-of-fraud-through-marriage-in-the-city-2138647/


ऐसी खबरें अक्सर समाचारों में दिखाने के बाद भी लोगों में जागरूकता नहीं आई और फर्ज़ी शादी के बाद लुट-पाट की घटनायें लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए विवाह पूर्व जांच करवाना नितान्त आवश्यक है। यदि आप भी ऐसे लोगों के चंगुल में फँसने से बचना चाहते हैं तो हमारी कम्पनी KCIB (कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो) के प्राइवेट इंवेस्टिगेटर के द्वारा विवाह पूर्व वर/वधु के पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में गुप्त रूप से जांच करवा सकते हैं। क्योंकि विवाहोपरान्त दहेज़ प्रताड़ना के झूठे मुकदमों में फँसा कर ब्लैकमेल करने वाले लोगों, विवाहोपरान्त घर के गहने-जेवर लेकर फरार होने वाले लोगों और विवाहोपरान्त लूटपाट करने के लिए पारिवारिक सदस्यों की हत्या तक कर देने वाले लोगों के चंगुल में फँसने से बचने के लिए आप हमारी कम्पनी के द्वारा विवाह पूर्व जांच-पड़ताल करवा सकते हैं। क्योंकि ऐसे भावी समस्याओं से बचने का सबसे अच्छा तरीका यही है। इस तरह की जांच सेवाएं हमारी कम्पनी के अलावा अन्य कोई भी दूसरी कम्पनी नहीं देती है। हालांकि कुछ कम्पनियां दक्षिण भारतीय राज्यों सहित दिल्ली और कलकत्ता में सक्रिय जरूर हैं लेकिन उनकी सर्विस हमारी सर्विस की तरह कारगर और भरोसेमंद नहीं है। क्योंकि हमारे एजेंट्स भ्रष्टाचार और उत्पीड़न के खिलाफ़ काम करने वाले वैसे सामाजिक संगठनों में भी शामिल हैं जो विभिन्न राज्यों में सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। अतः ऐसी जांच-पड़ताल करवाने के लिए आप निःसंकोच होकर हमारी सेवाएं ले सकते हैं।


विवाहोपरान्त संदिग्ध जीवनसाथी का चरित्र परीक्षण :
अगर आप अपनी पत्नी या अपने पति का किसी अन्य के साथ चलने वाले अफेयर की शंका का समाधान तलाश रहे हैं, यदि आप ऐसे नाजायज़ सम्बन्धों को साबित करने के लिए सबूत इकट्ठा करना चाहते हैं या अपनी पत्नी या अपने पति का ससुराल वालों के साथ मिलकर किसी तरह की साजिश रचने या धोखाधड़ी करने के कारण परेशान हैं, मगर उनके खिलाफ़ किसी तरह का ठोस सबूत नहीं है तो उसकी व्यवस्था करवाने के लिए हमारी कम्पनी "केसीआईबी" की सेवा ले सकते हैं। केसीआईबी का ही पूरा नाम है कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो।
आपकी केस लेते ही हमारी कम्पनी के प्राइवेट इंवेस्टिगेटर गोपनीय तरीके से जांच शुरू कर देते हैं। वह इतनी गुप्त रहती है कि संदिग्ध लोगों को इसकी भनक तक नहीं लग पाती है। यदि आपका सन्देह सही साबित हुआ तो उसके साक्ष्य उपलब्ध करवायेंगे। लेकिन यदि झूठा और निराधार साबित हुआ तो आपके साथी या उसके परिवार को इसकी भनक तक नहीं लगने देंगे। इसके बाद आप चाहें तो निश्चिंत होकर अपने जीवनसाथी के साथ रह सकते हैं या उसकी पसन्द के अनुसार खुद को समायोजित कर सकते हैं। इस काम के लिए भी हमारी कम्पनी से जुड़े हुए समाजसेवियों की टीम काउंसिलिंग का काम करते हैं। क्योंकि हमारा उद्देश्य सिर्फ़ पैसे कमाना नहीं बल्कि पारिवारिक सम्बन्धों में आये दरार को पाट कर समाज में एक सौहार्दपूर्ण माहौल बनाना भी है। इसके कारण आप हम पर भरोसा कर सकते हैं।


वफादारी परीक्षण :
यदि आप यह जांचना चाहते हैं कि आपके पारिवारिक सदस्य, रिश्तेदार, मित्र, कर्मचारी, सहकर्मी या साथी आपके प्रति वफादार हैं या नहीं, तो हमारी कम्पनी केसीआईबी के एजेण्ट उसका पता लगाते हैं। जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं, हमारे टीम के प्राइवेट इंवेस्टिगेटर्स उन गोपनीय तरीकों का इस्तेमाल कर के आपके लिए इंवेस्टिगेशन का काम करते हैं। इसके लिए परीक्षणों की जो श्रृंखला बनाते हैं वह किसी फिल्म स्क्रिप्ट से कम नहीं होता है, बल्कि कामयाब और सराहनीय होता है। कुछ केस ऐसे भी होते हैं जिसके पोजिटिव परिणाम आम लोगों के लिए आश्चर्यजनक रूप से अकल्पनीय होता है। डिटेक्टिव स्टोरी वाले फिल्मी कहानियों की अपेक्षा हमारे संघर्ष की कहानियां ज्यादा जीवन्त और रोमाञ्चक होती हैं क्योंकि हमारे एजेण्ट्स असली हीरो होते हैं। वे इस दुनियां के असली रंगमंच पर असली खतरों का सामना करते हुए संकटग्रस्त लोगों की सहायता करने का असली काम करते हैं। इसके बावजूद फिल्मी दुनियां में काम करने वाले नकली हीरो की अपेक्षा बहुत कम फी लेकर भी आपके लिए डिटेक्टिव का काम करते हैं। जो काम न तो आपके द्वारा सम्भव है और न ही पुलिस-प्रशासन के द्वारा। हम उन्हें तमाम खतरों के बावज़ूद सम्पन्न कर के न सिर्फ़ आपको रिपोर्ट देते हैं बल्कि सन्तुष्ट भी करते हैं। कभी-कभी आपके लिए सबूतों की व्यवस्था करने के लिए हमें गैरकानूनी तरीके का इस्तेमाल करने का खतरा भी उठाना पड़ता है, जिसके चंगुल में फँसने पर हमारी कम्पनी सहित हमारे एजेण्ट्स को भी भारी क्षति का सामना करना पड़ता है। यहाँ तक कि इंवेस्टिगेशन के दौरान पकड़े जाने पर हमारे एजेण्ट्स की जान जाने का भी खतरा बना होता है। इसके बावजूद हम अपने कस्टमर्स के लिए गोपनीय जानकारी उपलब्ध कराने का काम करते रहते हैं। अतः आप सुन्दर समाज बनाने का सपना लेकर काम करने वाली हमारी इस कम्पनी से निःसंकोच होकर अपनी समस्याएं बतायें। आपकी जानकारी को पूरी तरह से गोपनीय रखने की गारंटी देते हैं।


गुमशुदा व फरार लोगों की ट्रैकिंग :
क्या आपको अपने स्कूल या कॉलेज के किसी सहपाठी प्रेमी, प्रेमिका, मित्र या दुश्मन के घर का पता ढूंढने की जरूरत है? धोखाधड़ी कर के फरार या अपराधिक घटना को अंजाम देकर फरार लोगों की तलाश करने की ज़रूरत है? क्या आप अपने घर से लापता हुए पारिवारिक सदस्य के बारे में पता करवाना चाहते हैं? क्या आपका अपने किसी परिवारिक रिश्तेदार से सम्पर्क टूट गया है और आप उन्हें ढूंढना चाहते हैं? क्या किसी वाहन दुर्घटना के कारण आपके किसी पारिवारिक सदस्य की मृत्यु होने या गम्भीर रूप से घायल होने के बाद विकलांगता की समस्या उत्पन्न होने के कारण दोषी व्यक्ति का पता लगवा कर मुआवजा वसुलना चाहते हैं? यदि आपका जवाब हाँ है तो उन्हें ढुंढने में हम आपकी मदद कर सकते हैं। अक्सर ऐसे मामलों में अपने स्तर से छानबीन करने पर भी जब कुछ पता नहीं चल पाता है तब लोग मानसिक अवसाद के शिकार होकर घुटते रहते हैं या आत्महत्या कर लेते हैं। इनमें से कुछ ही लोग ऐसे होते हैं जो पुलिसकर्मियों के पास मदद करने की गुहार लेकर जाते हैं। क्योंकि अक्सर सीधे-साधे लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के कारण अधिकांश लोगों में पुलिस का चेहरा रक्षक के बजाए भक्षक का बन चुका है। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी स्वीकारा है। इसके बावजूद पुलिसकर्मी अधिकांश मामलों में सिर्फ़ रिश्वत देने वालों का ही काम करते हैं। पुलिसकर्मियों के असहयोगी रवैये के कारण मजबूर होकर रिश्वत देने वाले लोग यदि सीधे-साधे होते हैं तो उनसे रुपये लेने के बाद भी ऐसे अधिकांश मामलों को मनगढ़ंत और झूठा जांच रिपोर्ट बनाकर रफा-दफा कर देते हैं। ऐसे में भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के खिलाफ़ दर्ज करवाये गये अधिकांश मामलों को भी रफा-दफा कर दिये जाने के कारण हरेक साल हजारों लोगों का शासन-प्रशासन से विश्वास उठता जा रहा है। ऐसी स्थिति के कारण निराश और हताश लोगों सहित संकटग्रस्त, जरुरतमंद और असहाय लोगों की सहायता करने के लिए कौशिक सोसाइटी के अध्यक्ष ने वर्ष 94-1995 में ही समाजसेवा का काम शुरू किया था। मगर ऐसे कार्य करने वाले सभी संगठनों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को पंजीकृत करने के लिये सरकारी दबाव के कारण वर्ष 2019 में "कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो" के नाम से पंजीकृत किया गया था। कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो नामक यह कम्पनी अपने सौर्ट नेम "केसीआईबी" के नाम से जाना जाता है। जो अपने कार्यों और उपलब्धियों के कारण प्राइवेट डिटेक्टिव की सर्विस देने वाली बिहार की सबसे विश्वसनीय कम्पनी बन गई है। अतः लापता और फरार लोगों की तलाश करवाने के लिए आप भी हमारी कम्पनी की सेवा ले सकते हैं।


निगरानी :
कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो नामक हमारा संगठन मोबाइल सिक्युरिटी और वाचमैन के कार्यों सहित स्पाई कैमरों के द्वारा संदिग्ध लोगों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की सेवा भी प्रदान करता है। ताकि किसी आपराधिक घटना के घटने पर दोषी लोगों की पहचान करने के लिए संदिग्ध लोगों से पूछताछ किया जा सके। व्यक्तिगत सिक्युरिटी चाहने वाले लोगों के भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों में संदिग्ध लोगों सहित संदिग्ध गतिविधियों पर भी नज़र रखने के लिए सिविल ड्रेस की तरह दिखने वाले खास ड्रेस कोड पहने केसीआईबी के एजेण्ट्स के द्वारा गुप्त रूप से निगरानी करने की सेवा सहित विडियोग्राफी और फोटोग्राफी की सेवा भी प्रदान करते हैं। जरूरत पड़ने पर स्पाई कैमरों का भी इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे काम अन्य लोगों को जानकारी दिए बगैर गुप्त रूप से किये जाते हैं। ताकि संदेहास्पद लोगों को रंगे हाथ पकड़ा जा सके।


प्रेस कॉन्फ्रेंस और एडीटिंग सर्विस :
हमारी यह कम्पनी अपने क्लाइंट्स को सिर्फ़  डिटेक्टिव सर्विस ही नहीं देती है बल्कि भारत सरकार के द्वारा इंफार्मेशन सर्विस एण्ड न्यू्‍ज़ एजेंसी एक्टिविटीज के लिए पंजीकृत होने के कारण न्यू्‍ज़ पेपर्स और न्यूज़ चैनल्स को स्पेशल न्यूज़, क्राइम रिपोर्ट्स और इंवेस्टिगेटेड न्यू्‍ज़ भी उपलब्ध कराता है। अपने क्लाइंट्स की बातों को मीडिया के माध्यम से सरकारी अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों और आम नागरिकों तक पहुंचाने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की सुविधा उपलब्ध कराता है। विभिन्न हिन्दीभाषी समाचार पत्र-पत्रिकाओं के लिए अपनी एजेंसी से जुड़े हुए अनुभवी पत्रकारों को प्रूफ़रीडर और एडिटर का काम करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर उपलब्ध करवाने के साथ ट्रेनी संवाददाताओं को प्रशिक्षित करने का काम भी करता है। इन विशेेषताओं के कारण हमारी कम्पनी के द्वारा डिटेक्टिव सर्विस लेने वाले लोग हम पर ज्यादा भरोसा करते हैं। अतः अपनी समस्याओं के समाधान के लिए हमसे निःसंकोच होकर मिलें।

 

पब्लिक कंसल्टेंसी कैम्पेन :
विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संंगठनो सहित समाचार पत्रों, पत्रिकाओं तथा TTSL में काम कर चुके अनुभवी पत्रकार द्वारा संचालित तथा इंफार्मेशन सर्विस एण्ड न्यू्‍ज़ एजेंसी एक्टिविटीज के लिए भारत सरकार के द्वारा पंजीकृत कम्पनी KCIB हर तरह के उपभोक्ताओं के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर पब्लिक कंसल्टेंसी कैैम्पन का आयोजन करवाती है। इसके अलावा देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण मानसिक यंत्रणा से जूझ रहे लोगों को सुरक्षा और न्याय दिलाने के लिए जन-जागरूकता अभियान भी चलाता है।

 

हस्तलेखन सत्यापन :
इस बात का प्रमाण चाहिए कि लिखावट मेल खाती है? धोखेबाज़ और घोटालेबाज लोग हर जगह हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कागजात की लिखावट आरोपित व्यक्ति का है या नहीं? इसकाा परीक्षण करने की सुविधा भी निकट भविष्य में दी जाएगी। हमारी लिखावट सत्यापन सेवा आपको प्रामाणिकता का विश्वास दिलाएगा।

हमारी अन्य सेवायें हैं :

क्रियेटिव राइटिंग :

प्रूफ़रीडिंग :

एडिटिंग :

ट्राँसलेटर/अनुवादक :

सर्वेक्षण :

सेल्स एण्ड मार्केटिंग :

"कौशिक कंसल्टेंसी इंटेलीजेंस ब्यूरो" जिसे लोग इसके संक्षिप्त नाम KCIB (केसीआईबी) के नाम से जानते हैं, जरूरतमंद लोगों सहित प्रकाशन के कार्य से जुड़े हुए उद्यमियों को भी उनकी व्यक्तिगत जाँच-पड़ताल की ज़रूरतों में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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सोमवार, 6 सितंबर 2021

ननप्रौफिट चैरिटेबल ट्रस्ट कैसे बनायें



धर्मार्थ या धार्मिक, आतिथ्य और पुनर्वास संस्थानों के लिए ट्रस्ट डीड 
सम्पादित किया गया:  
सितम्बर ०६, २०२१ - ०३:०० अपराह्न

08 मिनट पढ़ें

ट्रस्ट डीड निष्पादित करके धर्मार्थ या धार्मिक, आतिथ्य और पुनर्वास या आतिथ्य और पुनर्वास संस्थानों का गठन किया जा सकता है। ट्रस्ट डीड को सेटलर और ट्रस्टी के बीच निष्पादित किया जाता है। एक सेटलर वह व्यक्ति होता है जो कुछ धर्मार्थ या धार्मिक या आतिथ्य और पुनर्वास उद्देश्यों के लिए ट्रस्ट बनाता है। जबकि ट्रस्टी वे लोग होते हैं जो ट्रस्ट को मैनेज करते हैं। सेटलर वह होता है जो आम तौर पर वैसे ट्रस्टियों को नियुक्त करता है जो ट्रस्ट के नियम के अनुसार प्रभावी ढंग से चल सकते हैं और ईमानदारी पूर्वक काम कर सकते हैं।

"ट्रस्ट डीड तैयार करवाने या नमूना प्रारूप प्राप्त करने के लिए सम्पर्क करें"
 
ट्रस्ट डीड के तहत, सेटलर पहचान योग्य जायज सम्पत्ति को ट्रस्टियों को हस्तान्तरित करता है और ट्रस्टियों के लिए ट्रस्ट डीड में निर्दिष्ट नियमों और शर्तों के अनुसार ट्रस्ट को उसके उद्देश्यों के लिए काम करने और प्रबन्धित करना अनिवार्य बनाता है।

ट्रस्ट डीड के प्रमुख तत्व देखें 
ऑब्जेक्टिव : जिस ऑब्जेक्ट के लिए ट्रस्ट बनाया गया है वह इस क्लॉज में निर्दिष्ट है। यह बहुत महत्वपूर्ण खण्ड है। क्योंकि सभी गतिविधियाँ इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए ही की जाती हैं।
फण्ड की स्वीकृति : ट्रस्ट किसी भी व्यक्ति, सरकार या किसी अन्य धर्मार्थ संस्थानों से दान, अनुदान, सदस्यता, सहायता या योगदान को नकद या अचल संपत्ति सहित किसी भी तरह से बिना किसी शुल्क या टैक्स दिए स्वीकार कर सकता है। लेकिन वह इस शर्त के साथ प्राप्त किसी भी ऐसे फण्ड को स्वीकार नहीं करेगा जो ट्रस्ट के उद्देश्यों से असंगत है।
निवेश : न्यासियों की यह जिम्मेदारी होती है कि वे न्यास की निधियों का कुशल तरीके से प्रबन्धन करें। वर्तमान जरूरतों को पूरा करने के लिए निकट भविष्य में जिन निधियों की आवश्यकता नहीं है, उन्हें प्रतिभूतियों, बैंकों और अन्य निवेशों में उसी तरह निवेश किया जाना चाहिए जैसे एक विवेकपूर्ण व्यक्ति करेगा।
न्यासियों की शक्ति : ट्रस्टी ऐसा कोई कार्य नहीं कर सकते जो ट्रस्ट डीड में उल्लिखित उनकी शक्तियों से परे हो। ट्रस्टियों को आम तौर पर ट्रस्ट के समग्र आचरण और प्रबन्धन के लिए जो शक्तियां दी जाती हैं वे निम्नलिखित हैं :
कर्मचारियों की नियुक्ति, 
ट्रस्ट सम्पत्तियों को बेचना, बदलना, विवादित मामलों को निपटाना या अलग करना
ट्रस्ट द्वारा संचालित किसी कम्पनी या ट्रस्ट के नाम से और ट्रस्ट की ओर से ही बैंक खाते खोलें। 
ट्रस्ट की ओर से मुकदमा दायर करें। 
किसी भी उपहार, दान या योगदान को स्वीकार करें। 
ट्रस्ट में धन का निवेश करें। 
ट्रस्ट आदि के प्रबन्धन देखें।

लेखा और लेखा परीक्षा :  ट्रस्टियों को ट्रस्ट की सभी संपत्तियों, देनदारियों, आय और व्यय के खातों की उचित पुस्तकों को बनाए रखने की आवश्यकता होती है और चार्टर्ड एकाउण्टेंट द्वारा खातों का लेखा-जोखा भी रखने का व्यवस्था किया जाता है।
डब्ल्यू एण्डिङ्ग अप :  कम्पनी के समापन की स्थिति में, ट्रस्ट की सम्पत्ति ट्रस्टियों को हस्तांतरित नहीं की जाएगी। उन्हें किसी अन्य समान ट्रस्ट या संगठन में स्थानांतरित कर दिया जाएगा, जिनके उद्देश्य इस ट्रस्ट के समान हैं, जो कि चैरिटी कमिश्नर/कोर्ट/किसी अन्य कानून की अनुमति के साथ लागू हो सकते हैं।

शनिवार, 28 अगस्त 2021

आर्यों का देश है अजर्बैज़ान

आर्यों का देश अजर्बैज़ान

अजर्बैज़ान का बाकु है कश्यप ऋषि के प्रपौत्र और सूर्यवंशी राजा इक्ष्वाकु की जन्म भूमि

हरिवंश पुराण में वैशम्पायन ऋषि के द्वारा वर्णित एक कथा और महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित महाभारत नामक ग्रन्थ में वर्णित प्रसंग के अनुसार सूर्यवंशी राजा इक्ष्वाकु के वंश में उत्पन्न एक दुराचारी राजा ने अपने छोटे भाई हर्यश्व को अपने राज्य (बाकु) से निकाल दिया था। तब वे वनों में भटकते हुए पूरब के देश की ओर चले गए थे। वहीं उनकी भेंट दानव राज मधु की बेटी मधुमती से हुआ। जो इनके रूप और पौरुष से आकर्षित होकर विवाह करने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन राज्यहीन हो चुके हर्यश्व ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। तब मधुमती ने यह कह कर स्त्री अपने जीवन में एक ही पुरुष की कामना करती है, मैंने आपको पति मान लिया है तो अब आपके अलावा किसी अन्य पुरुष की कल्पना भी नहीं कर सकती। ऐसे में यदि आप मुझे ठुकरा देंगे तो मैं आजीवन कुवांरी रह लुंगी। इस पर हर्यश्व ने राजकुमारी मधुमती के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिये और उनके साथ वन में ही रहने लगे। कई दिनों से वन में रहने के बाद राजकुमारी ने अपने पिता का आशीर्वाद लेने की इच्छा से उन्हें लेकर अपने जन्मभूमि आभीर देश में चली गई तथा अपने पिता को अपने विवाह से लेकर राजकुंवर हर्यश्व के कुल और वंश के बारे में बताते हुए पूरी आपबीती सुना दी। तब दयालु स्वभाव के दानव राज मधु ने अपने राज्य का आधा भाग जो गिरनार और रैवतक पर्वत से घिरा हुआ था अपनी बेटी को सौंप कर हर्यश्व को वहाँ के राजा बना दिए और आधा भाग अपने बेटे लवण को देकर तपोवन में चले गए। राजा हर्यश्व ने अपने राज्य को नये निर्माण से इतना सजाया की वह अपने सुन्दरता के कारण दूर-दूर तक सुराष्ट्र के नाम से जाना जाने लगा। जो कालान्तर में सौराष्ट्र के नाम से भी विख्यात हुआ। इसी सौराष्ट्र के निवासी पूरी दुनियां की जानकारी रखने वाले कौशिक गोत्रीय ब्राह्मणों के साथ व्यापार करने के लिए इक्ष्वाकु और हर्यश्व नामक अपनी ने पूर्वजों की जन्मभूमि पर जब भी आते थे इसी स्थान पर विश्राम करते तथा अपनी शान्ति और सुरक्षा के लिए सभी देवी-देवताओं में श्रेष्ठ माने जाने वाले कौशिक विश्वामित्र भगवान के पुत्र अग्निदेव के प्रतीक अग्नि कुण्ड में हवन (होम) कर के नटराज शिव और विघ्नविनाशक गणेश-कार्तिकेय की पूजा करते थे। सौराष्ट्रियन व्यापारियों के द्वारा निर्मित बाकु के इस आरामगाह में आगंतुुक लोगों के विश्राम के लिए हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध थी। फायर टेम्पल नामक बाकु के इस मन्दिर में नटराज शिव और गणेश भगवान की प्रतिमा सहित भोजन और विश्राम करने के जगह को भी दिखाया गया है। इसके बावजूद वह मन्दिर वहां के स्थानीय लोगों में पौराणिक विश्राम गृह के बजाए Ateshgah temple के नाम से ही प्रसिद्ध है। यह पुरातात्विक स्थान न केवल एक ऐतिहासिक स्थल है बल्कि दो राष्ट्रों के संस्कृतियों का संगम स्थल और सामाजिक सौहार्द का भी प्रमाण है। यकीनन यह इस्लाम और क्रिश्चियनिटी धर्म के अभ्युदय के पूर्व की संस्कृतियों के लोगों के अनुपम प्रेम और विश्वास का ऐतिहासिक स्मारक ही है। देखें आर्यों के देश अजर्बैज़ान में स्थित बाकु नामक प्रान्त और बाकु में स्थित सौराष्ट्रियन लोगो के द्वारा निर्मित आरामगाह और होम करने के लिए निर्मित अग्निदेव के मन्दिर की तस्वीरें :
नटराज शिव की आकृतियुक्त दीपक


विघ्न विनाशक गणेश की मूर्ति
अग्नि का प्राकृतिक कुण्ड
 
कुम्भी बैस कहलाने वाले ब्राह्मणशाही कौशिकों का पारम्परिक भित्तिचित्र
 
अग्नि मन्दिर के प्रवेश द्वार पर पर्शियन लिपि में लिखा हुआ शिलालेख














गुगल मैप पर अजर्बैज़ान में स्थित पुरातात्विक महत्व के इस जगह को देखने के लिए संलग्न लिंक पर क्लिक करें : 
https://maps.app.goo.gl/gdz8s8cxaFmY627V6 
Check out this review of Ateshgah temple on Google Map
https://goo.gl/maps/FQAqZTYHM7sFLjzK9

शनिवार, 21 अगस्त 2021

कविता : सवर्ण अछूत

हमको देखो हम सवर्ण हैं 
भारत माँ के पूत हैं,
लेकिन दुःख है अब भारत में,
हम सब 'नए अछूत' हैं।

सारे नियम सभी कानूनों
ने हमको ही मारा है,
भारत का निर्माता देखो,
अपने घर में हारा है।
नहीं हमारे लिए नौकरी,
नहीं सीट विद्यालय में।
ना अपनी कोई सुनवाई,
संसद या न्यायालय में।
हम भविष्य थे भारत माँ के,
आज बने हम भूत हैं।
बेहद दुःख है अब भारत में
हम सब 'नए अछूत' हैं।

दलित महज़ आरोप लगा दे,
हमें जेल में जाना है।
हम-निर्दोष! नहीं हैं दोषी,
यह सबूत भी लाना है।
हम जिनको सत्ता में लाये,
छुरा उन्हीं ने भोंका है।
काले कानूनों की भट्ठी,
में हम सब को झोंका है।
किनको चुनें, किन्हें हरायें?
सारे पाप के दूत हैं।
बेहद दुःख है अब भारत में
हम सब 'नए अछूत' हैं।

प्राण त्यागते हैं सीमा पर,
लड़ कर मरते हम ही हैं।
अपनी मेधा से भारत की,
सेवा करते हम ही हैं।
हर सवर्ण इस भारत माँ का,
एक अनमोल नगीना है।
इसके हर बच्चे-बच्चे का,
छप्पन इंची सीना है।
भस्म हमारी शिवशंकर से,
लिपटी हुई भभूत है।
लेकिन दुःख है अब भारत में,
हम सब 'नए अछूत' हैं।

देकर खून पसीना अपना,
इस गुलशन को सींचा है।
डूबा देश रसातल में जब,
हमने बाहर खींचा है।
हमने ही भारत भूमि में,
धर्म-ध्वजा लहराई है।
सोच हमारी नभ को चूमे
बातों में गहराई है।
हम हैं त्यागी, हम बैरागी,
हम ही तो अवधूत हैं।
बेहद दुःख है अब भारत में,
हम सब 'नए अछूत' है। 

- कविता शीर्षक #सवर्ण_अछूत नामक यह रचना उदासी सन्त, कवि और समाजसेवी प्रसेनजित सिंह कौशिक उर्फ़ स्वामी सत्यानन्द के द्वारा स्वरचित मौलिक रचना है तथा उनकी कविता संग्रह "मेरा मन यायावर" से उद्धृत है।  राष्ट्रीय एकता तथा सामाजिक समरसता में बाधक बन रहे जाति, धर्म और लिंग आधारित आरक्षण के बजाए आर्थिक और सामाजिक स्थिति के आधार पर आरक्षण के कानून बनवाने के लिए इच्छुक लोगों से आग्रह है कि जात-पात आधारित वर्तमान क़ानूनों के कारण होने वाली आपबीती या अपने आस-पास के लोगों के साथ हो रहे परेशानियों को गद्य और पद्य में लिख कर या वीडियो रिकार्डिंग कर के मुझे जरूर भेजें। ताकि उन्हें इस ब्लॉग या हमारे संगठन की स्मारिका में जन जागरुकता हेतु सम्मिलित कर आपके सन्देशों को प्रचारित-प्रसारित किया जा सके। कृप्या यह सन्देश सवर्ण समाज के अपने मित्रों को जरूर फारवर्ड या अग्रसारित जरूर करें।